"जिसको पूरा विश्व ढूंढ रहा है, कहाँ मंदिर में कहाँ मस्जिद में कहाँ-कहाँ ढूंढ रहें है और... वो बाप आप बच्चों से मिलन मना रहें है। खुशी में नाचो.... मेरा बाबा मिल गया।"
अच्छा - आज बाप और बच्चों का मिलन है। खुशी है ? खुशी है ? देखो पूरे विश्व में चारों तरफ क्या है ? धोखा है और आप बच्चे बापकी छत्रछाया के नीचे बैठे हो , तो कौन हो ? सुखी हो या दुखी हो ? सुखी हो , क्योंकि सुख का सागर मिला है , तो क्या होंगे ? सुखी होंगे । जैसे एक बच्चा बेफिक्र होता है । क्यों ? क्यों ? एक बच्चा बेफिक्रे होता है क्योंकि उसके मां-बाप है । तो आप बच्चे भी क्या हो ? बेफिक्र बादशाह । क्यों ? क्योंकि फिक्र करने वाला बाप बैठा है , तो क्या हो गए? फिक्र से फारिग बेफिक्र बादशाह बन गए। है कोई फिक्र है ? है ? है ? दिल में जो भी है किनारा..... और दिल में बाप बैठ गया तो सब कुछ होंगा ।पहले अपने आप को क्या समझो - मैं एक छोटा बच्चा हूं। किसका ? अपने बड़े बाप का । दुनिया में भी कोई , जिसका बाप बड़ा होता है, लौकिक दुनिया में, तो वो कितना नशे से चलता है । चलता है ? क्यों ? कितना नशे से चलेंगा....! पता है मैं किसका बच्चा हूं ? तो आप बच्चे किसके हो? इस पूरे विश्व को रचने वाला रचयिता के आप बच्चे हो , तो कितना नशा होना चाहिए कितनी खुशी होनी चाहिए कि मुझे कौन मिला है । तो फिक्र होगा ? पहले सोचो बुद्धि में । घर किसका है ? घर किसका है ? बाप का । बच्चे किसके हैं ? और आप किसके हैं? तो फिकर किस को है ? तो आपका क्या रहा ? आपका एक ही स्वमान - मैं बेफिक्र बादशाह हूँ। कौन सा स्वमान ? शरीर किसका है ? बापका है.....तो फिकर भी बाप को है । आप बच्चे अपने आप को भाग्यशाली समझते हैं ? समझते हैं ? देखो ! आने वाली भिड़ को देखो जो, एक ही नारा लगाते हुए आएंगी। कौन सा नारा ? मेरा बाबा आ गया । मेरा बाबा आ गया ,और मैं अपने बाप से मिलने जा रहा हूँ । आपके चारों तरफ एक मिनट की शांति के लिए सभी आत्माएं तरसेंगी और आप कितने भाग्यशाली हो ! कि बाप के साथ बैठके मिलन मना रहे हो । हो ? भाग्यशाली हो ना ? कैसे ? भाग्य को लिखने वाला भाग्य विधाता बाप मिल गया, तो मेरा भाग्य गलत हो ही नहीं सकता । कौन सा स्वमान ? कौन सा स्वमान ? भाग्य को लिखने वाला बाप मिल गया , तो मेरा भाग्य कभी भी दुर्भाग्य हो नहीं हो सकता । नाज करो अपने आप पर और अपने जन्म पर, कि मेरा जन्म एक महान कर्तव्य के लिए हुआ है । हुआ है ना ? कौन सा महान कर्तव्य ? इस पूरे विश्व को परिवर्तन करने का महान कर्तव्य । आज से बस बाप और आप और सारी फिकर बाप की । जैसे एक छोटा बच्चा बेफिक्र होके अपने पिता की गोद में खेलता है। ऐसे ही आप भी छोटे बच्चे बनके अपने बाप की गोद में खेलो । बाप मिल गया सब कुछ मिल गया । पूरा विश्व मेरा है पूरे विश्व का रचयिता मेरा है । जो बापका है और बाप से सच्चे दिल का प्यार है , तो बाप भी उस बच्चे का अंतिम समय तक ध्यान रखेंगा । यह वायदा है बाप का उस हर एक बच्चे से जो दिल से केहता है मेरा बाबा मेरा साथी है । खुश हो ? खुशी है ? क्योंकि बेहद का बाप मिल गया सारी फिक्र बाप ने ले ली। तो आज से एक ही स्वमान एक ही नशा - मेरा बाबा मैं बाबा का , बाबा मेरा । भल कर्म करना है कर्म से पीछे नहीं हटना है फिर बाप बैठा है । जब भी कोई भी मुसीबत आवे , तो दिल से केहना मेरे बाबा मेरे साथी आ जाओ मेरी मदद करो । क्या कहेंगे ? तो बाप भी बंधा हुआ है । दुनिया में किस भी... जब अचानक से मदद की आवश्यकता पड़ती है, भल किसको भी बुलावे, कोई भी संबंधी को बुलावे , पर इतना जल्दी कोई नहीं आ सकता जितना जल्दी बाप मदद करने आएंगा । तो सबसे पहले किस को बुलावे ? बापको । बेफिक्र हो गए समय को देखो। जैसे-जैसे समय थोड़ा ठीक होंगा वैसे परिस्थिति भी ठीक होंगी । वैसे ही कार्य भी बढ़ जाएंगा । समय से पेहले और भाग्य से ज्यादा.... ना समय से पेहले ना भाग्य से ज्यादा । अगर....बाप ने भाग्य लिखा है तो डबल मिलेंगा । आज से सोचो - मेरे भाग्य लिखने की कलम बाप ने अपने हाथ में ली है , और मेरा भाग्य सर्वश्रेष्ठ है सबसे ऊंचा है । ठीक है ? सब हो रहा है , हो जाएंगा । खुश रहो ।बाप साथ है, साथ रहेंगा साथ निभाएंगा और साथी बन के साथ चलेंगा । ये बाप का वायदा है हर एक बच्चे से । सभी बच्चों को बाप दादा का याद प्यार। मिलते रेहना बाप है खजाने की चाबी । आप बच्चों के हाथ में है तो खुशी होनी चाहिए ना ! जिसको पूरा विश्व ढूंढ रहा है , कहां मंदिर में कहां मस्जिद में कहां-कहां ढूंढ रहे हैं और वो बाप आप बच्चों से मिलन मना रहे हैं । खुशी होनी चाहिए ना ! खुशी में नाचो ! मेरा बाबा मिल गया , आ गया, और अभी समय है पर आने वाले समय में आपके चारों तरफ क्या कहेंगे ? हमें भी मिलना है बाप से मिला देवे। संभाल सकते हैं भीड़ को ? ताकत है ? सभी में है ? तैयार हो ? गेट खोल देवे ? पक्का ! तैयार है सभी ? बाप सभी से पूछ रहे हैं गेट खोल देवे ? सभी बच्चे अपना अपना जवाब चिट्ठी में भेज देवें ,के गेट खोल दे वे ,संभालेंगे । ये तो नहीं कहेंगे बाबा शरीर ठीक नहीं है ,नहीं कहेंगे ना ! जब सेवा होंगी शरीर भी ठीक रहेंगा और मन भी ठीक रहेंगा । सभी बच्चे अपना अपना जवाब भेजें , क्योंकि अब बापको जल्दी है और बच्चों का क्या जवाब है। बाप चाहते हैं पूरा कर देवे या अभी थोड़ा रुकना है । क्या करना है ? रुकना है..... चलना है ? तो सभी बच्चे अब तैयार रहें। क्या , क्यों मैं कैसे में समय व्यर्थ ना करें । पुरुषार्थ.....उस समय जो भी बच्चे आएंगे आप सभी को देखेंगे - वाह ! ये कितनी महान आत्माएं है जो बाप से कैसे पालना लेती थे । तैयार हैं ? तैयार है? पक्का तैयार है ? अच्छा फिर तैयार रहें समय समीप आ गया है।
(फिर बाबा ने सभी को दृष्टि से भरपूर किया)
अच्छा - फिर मिलेंगे । बाप साथ है साथ रहेंगे और जब भी बाप से मिलने का दिल करे पहुंच जाना। खुश हो ? सब दिल की बातें पहुंच गई है । बस आप दिल में बाप को बिठावे , तो कोई भी परिस्थिति कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगी। खुश हो ? सब ठीक है ? ठीक रहेंगा भी। बाप बैठा है बाप है तो आप बेफिक्र हो । सब ठीक हो रहा है, ठीक हो जाएंगा ।
सभी मीठे बाप के, मीठे बच्चे हैं, मीठे बन रहें हैं मीठे बन गए हैं । बाप भी जैसे प्यारा है बच्चे भी कैसे हैं ? प्यारे ! होना ना प्यारे ! अच्छा फिर मिलेंगे । सभी बच्चों को यार प्यार देना बाप की तरफ से सभी चाहे यहां बैठे चाहे कहां पर बैठे सभी बच्चों को याद प्यार।